Slokas on Shiva with meaning | शिव श्लोक |

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shiva slokas in sanskrit

Shiva Slokas in Sanskrit

न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खं
न मन्त्रो न तीर्थं न वेदो न यज्ञः।
अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता
चिदानन्द रूप: शिवोऽहं शिवोऽहम्।।

निर्वाणषटकम्

na punyam na papam na sokhyam na dukham
na mantro na tirtham na vedo na yagyah.
aham bhojanam neva bhojyam na bhokta
chidanand rupah shivoham shivoham.

हिंदी अनुवाद :- न मैं पुण्य हूँ, न पाप, न सुख और न दुःख, न मन्त्र, न तीर्थ, न वेद और न यज्ञ, मैं न भोजन हूँ, न खाया जाने वाला हूँ और न खाने वाला हूँ, मैं चैतन्य रूप हूँ, आनंद हूँ, शिव हूँ, शिव हूँ।

English translation :- I am not virtuous, neither sin, nor happiness nor sorrow, nor mantra, nor pilgrimage, nor Vedas nor yajna, I am neither food, nor will I eat, nor am I to eat, I am conscious form, am bliss, I am Shiva, I am Shiva.


यं डाकिनीशाकिनिकासमाजे निषेव्यमाणं पिशिताशनैश्च।
सदैव भीमादिपदप्रसिद्धं तं शंकरं भक्तहितं नमामि।।

Yam Dakinishakinikasamaje
Nishevyamanam Pishitashanaishcha।
Sadaiva Bhimadipadaprasiddham
Tam Shankaram Bhaktahitam Namami॥

हिंदी अनुवाद :- शाकिनी और डाकिनी समुदाय में प्रेतों के द्वारा सदैव सेवित होने वाले और भक्तहितकारी भीमशंकर नाम से प्रख्यात भगवान शंकर को मेरा नमस्कार।

English translation :- My salutations to Lord Shankar, known by the name Bhimashankar, who is always served by the demons in the Shakini and Dakini community and is a devotee.


Lord Shiva Slokas

प्रातः स्मरामि भवभीतिहरं सुरेशं
गङ्गाधरं वृषभवाहनमम्बिकेशम् ।
खट्वाङ्गशूलवरदाभयहस्तमीशं

संसाररोगहरमौषधमद्वितीयम् ‘

Praatah Smaraami Bhava-Bhiiti-Haram Suresham
Ganggaa-Dharam Vrssabha-Vaahanam-Ambikesham.
Khattvaangga-Shuula-Varada-Abhaya-Hastam-Iisham
Samsaara-Roga-Haram-Aussadham-Advitiiyam.

हिंदी अनुवाद :- संसार के भय को नष्ट करने वाले, देवेश, गङ्गाधर, वृषभवाहन, पार्वतीपति, हाथमें खट्वाङ्ग एवं त्रिशूल लिये और संसाररूपी रोग का नाश करने के लिये अद्वितीय औषध-स्वरूप, अभय एवं वरद मुद्रायुक्त हस्त वाले भगवान् शिव का मैं प्रातःकाल स्मरण करता हूँ।

English translation :- God Shiva, the one who destroys the fear of the world, Devesh, Gangadhar, Vrishabavahan, Parvatipati, having Khatwang and Trishul in his hand and Unique form of medicine to eradicate worldly diseases, Abhay and Varad Stamped hand The ones I remember in the morning.


Shiva Dhyana Sloka

shiva dhyana sloka

ध्यायेन्नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारुचन्द्रावतंसं
रत्नाकल्पोज्ज्वलाङ्गं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम् ।
पद्मासीनं समन्तात् स्तुतममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं
विश्वाद्यं विश्ववन्द्यं निखिलभयहरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम् ॥

Dhyaye nnityam mahesham rajata
Girinibham charuchandravatansam
Ratna kalpo jjvalaṅgam parasu
Mragavara bhitihastam prasannam ।

Padma sinam samantat stuta
Mamara ganair vyaghrakrttim vasanam
Visvadyam visvabijam nikhila
Bhayaharam pancavaktram trinetram ॥

हिंदी अनुवाद :- चाँदी के पर्वत के समान जिनकी श्वेत चमक है, जो सुन्दर चन्द्रमा को आभूषण के रूप में धारण करते हैं, रत्नमय अलङ्कारों से जिनका शरीर उज्ज्वल है, जिनके हाथों में परशु, मृग, वर और अभय मुद्रा है, जो प्रसन्न है, कमल के फूल के आसन पर विराजमान है, देवतागण जिनके चारों ओर खड़े होकर स्तुति करते हैं, जो बाघ की खाल पहनते हैं, जो विश्वके आदि जगत्की उत्पत्ति के बीज और समस्त भय को हरनेवाले हैं, जिनके पाँच मुख और तीन नेत्र हैं, उन महेश्वरका प्रतिदिन ध्यान करे।

English translation :- Like a silver mountain, which has white glow. Those who wear the beautifull moon as ornaments, Whose body is bright with Gemstone decking, Whose hands are the Halberd, antelope, var and abhaya mudra, he who is happy, Sitting on a lotus flower mat, Gods around whom they stand and praise, Those who wear tiger skin, is the originator of the universe and annihilates all fears , Those who have five faces and three eyes, We meditate on Such Maheshwar daily.


नमामीशमीशान निर्वाणरूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम्।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं
चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम्॥

श्री रुद्राष्टकम्

Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Rupam
Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svarupam ।
Nijam Nirgunnam Nirvikalpam Niriiham
Cidaakaasham-Aakaasha-Vaasam Bhaje-Aham ॥

हिंदी अनुवाद :- हे मोक्षरूप, विभु, व्यापक ब्रह्म, वेदस्वरूप ईशानदिशा के ईश्वर और सबके स्वामी शिवजी, मैं आपको नमस्कार करता हूं। निज स्वरूप में स्थित, भेद रहित, इच्छा रहित, चेतन, आकाश रूप शिवजी मैं आपको नमस्कार करता हूं। निराकार, ओंकार के मूल, तुरीय वाणी, ज्ञान और इन्द्रियों से परे, कैलाशपति, विकराल, महाकाल के भी काल, कृपालु, गुणों के धाम, संसार से परे परमेशवर को मैं नमस्कार करता हूं।


Shiv Chama Yachna Slokas

shiv chama yachna slokas

करचरण कृतं वा क्कायजं कर्मजं वा
श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधम् ।
विहितम विहितं वा सर्वमे तत्क्षमस्व
जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥

Karacharana kritam Vaa kkaayajam Karmajam Vaa,
Shravananayanajam Vaa Maanasam Vaaparaadham,
Vihitamavihitam Vaa Sarvametatkshamasva,
Jaya Jaya Karunaabdhe Shri Mahaadeva Shambho

हिंदी अनुवाद :- हे भगवान शिव, कृपया मेरे हस्त, चरण, वाणी, शरीर या अन्य किसी भी शरीरके कर्म करने वाले अंग से या कान, नेत्र या मन से हुए सभी अपराधको क्षमा करें। हे महादेव, शम्भो! आपके करुणाके सागर हैं, आपकी जय हो।

English translation :- Lord Shiva, please forgive all the crimes committed by my hand, feet, speech, body or any other body-doing body or by ear, eye or mind. O Mahadev, Shambho! Your compassion is the ocean, hail you.


पद्मावदातमणिकुण्डलगोवृषाय
कृष्णागरुप्रचुरचन्दनचर्चिताय ।
भस्मानुषक्तविकचोत्पलमल्लिकाय
नीलाब्जकण्ठसदृशाय नमः शिवाय ॥

Padma-Avadaata-Manni-Kunnddala-Go-Vrssaaya
Krssnnaagaru-Pracura-Candana-Carcitaaya |
Bhasma-Anussakta-Vikaco[a-U]tpala-Mallikaaya
Niila-Abja-Kannttha-Sadrshaaya Namah Shivaaya ||

हिंदी अनुवाद :- जो स्वच्छ पद्मरागमणि के कुण्डलों से किरणों की वर्षा करने वाले हैं, चन्दन तथा अगरू से चर्चित तथा भस्म, जूही से सुशोभित और प्रफुल्लित कमल ऐसे नीलकमलसदृश कण्ठवाले शिव शंकर को प्रणाम!

English translation :- .


Shiv Namaskar Sloka

मंदाकिनी सलिल चन्दन चर्चिताय
नन्दी श्वर प्रमथ नाथ महेश्वराय।
मन्दार पुष्प बहुपुष्प सु पूजिताय
तस्मै मकाराय नमः शिवाय॥

mandakini salila chandana charchitaya
nandisvara pramathanatha mahesvaraya
mandara pushpa bahupushpa supujitaya
tasmai ma karaya namah shivaya

हिंदी अनुवाद :- जो शिव आकाशगामिनी मन्दाकिनी के पवित्र जल से संयुक्त तथा चन्दन से सुशोभित हैं, और नन्दीश्वर तथा प्रमथनाथ आदि गण विशेषों एवं षट् सम्पत्तियों से ऐश्वर्यशाली हैं, जो मन्दार–पारिजात आदि अनेक पवित्र पुष्पों द्वारा पूजित हैं; ऐसे उस मकार स्वरूप शिव को मैं नमस्कार करता हूँ।

English translation :- I bow to Lord Mahesvara, who is embodied as Makaara (letter Ma), whose body is anointed with holy waters from the river Ganges and sandal paste, who is the sovereign king of the Pramatha Ganas and who is adorned with innumerable divine flowers such as Mandara.


महाद्रिपार्श्वे च तटे रमन्तं सम्पूज्यमानं सततं मुनीन्द्रैः।
सुरासुरैर्यक्ष महोरगाढ्यैः केदारमीशं शिवमेकमीडे॥

हिंदी अनुवाद :- जो महागिरि हिमालयके पास केदारशृंगके तटपर सदा निवास करते हुए मुनीश्वरोंद्वारा पूजित होते है तथा देवता, असुर, यक्ष और महान् सर्प आदि भी जिनकी पूजा करते हैं, उन एक कल्याणकारक भगवान् केदारनाथका मैं स्तवन करता हूँ।

English translation :- I meditate on Shiva who is the Lord of Kedar, Who takes pleasure in the valley of the great mountain, Who is always worshipped by great sages, And also devas, asuras, yakshas and nagas.


Shiv Namaskar Mantra

न जानामि योगं जपं नैव पूजां
नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भुतुभ्यम् ।
जराजन्मदुःखौघ तातप्यमानं
प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो ॥

Na Jaanaami Yogam Japam Naiva Puujaam
Natoham Sadaa Sarvadaa Shambhu-Tubhyam ।
Jaraa Janma Duhkhau gha Taatapyamaanam
Prabho Paahi Aapanna Maam Iisha Shambho ॥

हिंदी अनुवाद :- मैं न तो जप जानता हूँ, न तप और न ही पूजा। हे शम्भो(शिव), मैं तो सदा सर्वदा आपको ही नमन करता हूँ। हे प्रभो! बुढ़ापा तथा जन्म के दु:ख समूहों से जलते हुए मुझ दुखी की दु:खों से रक्षा कीजिए। हे शम्भो, मैं आपको नमस्कार करता हूं।

English translation :- I do Not Knowhow to perform Yoga, Japa or Puja. I Always at All Times only Bow down to You, O Shambhu (Shiva), Please Protect me from the Sorrows of Birth and Old Age, as well as from the Sins which lead to Sufferings, Please Protect me O Lord from Afflictions; Protect me O My Lord Shambhu.


मनोबुद्ध्यहङ्कारचित्तानि नाहं
न च श्रोत्रजिह्वे न च घ्रणनेत्रे।
न च व्योम भूमिर्न तेजो न वायु:
चिदानन्द रूपः शिवोऽहं शिवोऽहम्॥

Mano buddhi ahankara chittani naham
Na cha shrotravjihve na cha ghraana netre
Na cha vyoma bhumir na tejo na vayuhu
Chidananda rupah shivo’ham shivo’ham

हिंदी अनुवाद :- मैं न तो मन हूं, न बुद्धि, न अहंकार, न ही चित्त हूं, मैं न तो कान हूं, न जीभ, न नासिका, न ही नेत्र हूं, मैं न तो आकाश हूं, न धरती, न अग्नि, न ही वायु हूं, मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।

English translation :- I am not mind, nor intellect, nor ego, nor the reflections of the inner self. I am not the five senses. I am beyond that. I am not the ether, nor the earth, nor the fire, nor the wind (i.e. the five elements). I am indeed, That eternal knowing and bliss, Shiva, love and pure consciousness.


Mahakal Shlok

श्वेतदेहाय रुद्राय श्वेतगंगाधराय च।
श्वेतभस्माङ्गरागाय श्वेतस्वरूपिणे नमः।।

shvet dehay rudray shvet gangadharay cha
shvet bhasmanga ragaya shvet svrupine namah

हिंदी अनुवाद :- श्वेत देह वाले, श्वेत गंगा को मस्तक पर धारण करने वाले, श्वेत भस्म को शरीर पर धारण करने वाले, श्वेत स्वरूप भगवान् शिव को नमन करता हूँ।

English translation :- Those with white bodies, who wear the white Ganges on the forehead, those who wear the white ash on the body, bow to the white form, Lord Shiva.


दृशं विदधमि क करोम्यनुतिशमि कथं भयाकुल:।
नु तिश्सि रक्ष रक्ष मामयि शम्भो शरणागतोस्मि ते।।

shvet dehay rudray shvet gangadharay cha
shvet bhasmanga ragaya shvet svrupine namah

हिंदी अनुवाद :- हे शम्भो, मैं अब दृष्टि लगाऊं, क्रिध्र देखूं, भयभीत में कैसे यहां रहूँ? मेरे प्रभु आप कहा पर है? आप मेरी रक्षा करों मैं आपकी शरण में आया हूँ।

English translation :- .


Sadashiv Shlok

ब्रह्ममुरारि सुरार्चितलिंगम्
निर्मलभाषितशोभितलिंगम् ।
जन्मज दुःख विनाशकलिंगम्
तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगम्

Brahma-Muraari-Sura-Arcita-Linggam
Nirmala-Bhaasita-Shobhita-Linggam |
Janmaja-Duhkha-Vinaashaka-Linggam
Tat Prannamaami Sadaashiva-Linggam |

हिंदी अनुवाद :- मैं उस सदाशिव लिंग को प्रणाम करता हूं, जिसे ब्रह्मा, विष्‍णु एवं देवताओं द्वारा पूजा जाता है, जो निर्मल, उज्‍जवल और शोभित है। मैं उस सदाशिव लिंग को प्रणाम करता हूं, जो जन्‍म जन्‍मान्‍तर के पापों का नाश करने वाला है। (मोक्ष प्रदान करने वाला)  

English translation :- I bow to that Sadashiva Linga, which is worshiped by Brahma, Vishnu and the gods, which is pure, bright and beautiful. I bow to that Sadashiv Linga, which is the destroyer of the sins of many births. (The one who grants salvation.)


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2 COMMENTS

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