The four friends story in sanskrit | चत्वारि मित्राणि

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The four friends story in sanskrit

The four friends story in sanskrit

चत्वारि मित्राणि | Sanskrit Story

एकं वनम् आसीत्। तस्मिन् वने एकः तडागः आसीत्।

तत्र एकः कच्छपः, एकः मूषकः, एकः हरिणः च एकः काकः निवसन्ति स्म।

ते सर्वे एकत्र सुखेन परस्परं मिलित्वा जीवन्ति स्म।

एकदा सायङ्काले सर्वे मिलितवन्तः आसन् परन्तु तत्र हरिणः न आगतः आसीत्।

हरिणः किमर्थं न आगतः इति तेषां चिन्ता अभवत्। तदा ते सर्वे परामर्शं कृत्वा तस्य हरिणस्य अन्वेषणाय काकः उड्डीय गतवान्।

काकः गत्वा दृष्टवान् सः हरिणः एकस्मिन् पाशे बद्धः आसीत् इति।

ततः काकः पुनः तडागस्य समीपम् आगत्य कथं तं हरिणं पाशात् मोक्षयिष्यामः इति कच्छपेन मूषकेण च सह परामर्शं कृत्वा मूषकः एव तत् कार्यं कर्तुं शक्ष्यति इति तैः निर्दिष्टः कृतः।

सः मूषकः पाशं कर्तितुं शक्ष्यति इति निर्दिष्टं कृतवन्तः।

इदानीं मूषकः पाशस्य समीपं कथं शीघ्रं गच्छेत् इति तेषां चिन्ता अभवत्।

तदा काकः एकं उपायं विचिन्त्य मूषकं उक्तवान् हे मित्र! भवान् मम पृष्ठे उपविशतु, अहं भवन्तं उड्डीय तत्र नेष्यामि इति।

मूषकः तथैव कृतवान्, काकः च तं तस्य पृष्ठे उपाविश्य उड्डीय तत्र गतवान्।

तत्र गत्वा यस्मिन् पाशे हरिणः बद्धः आसीत् तं पाशं सः मूषकः तस्य दन्तैः कर्तयित्वा तस्मै मुक्तिम् अददात्।

व्याधस्य आगमनात् पूर्वं ते सर्वे ततः पुनः तडागस्य समीपं प्रत्यागतवन्तः आसन्।

एवमेव ते सर्वे विपत्तिकाले परस्परं साहाय्यं कुर्वन्ति सुखेन जीवन्ति स्म इति।


The four friends | Deer and crow story

There used to be a forest in which four friends lived near a pond;

A deer, a crow, a tortoise and a rat.

All of them lived very happily together.

One day everyone came in the evening but deer did not come there.

They started worrying about why the deer did not come.

Then they chatted amongst themselves and the crow went to find the deer of the fly.

The crow went and saw the deer trapped in a trap.

When other friends saw this condition of the deer, they started thinking of a way to free it.

After a while, they started implementing his plan.

The deer lurched around eating four and pulled out his eyes as if he had died.

The crow began to beak into the deer’s eyes, as crows do this with a dead animal.

The tortoise passed in front of the hunter at his slow pace.

The hunter thought that the deer had already died, so there was no possibility of his escape.

If a turtle gets caught in the middle, then there will be a bonus.

When the hunter was entangled in catching the turtle, only then did the rat bite the deer trap. After this the deer ran quickly.

Seeing the deer running away, as soon as the hunter’s attention is distracted, the crows lifted the turtle in its beak and flew away.

Just as the hunter lost his attention when he saw the deer running away, the crows lifted the turtle in its beak and flew away.

In this way, everyone saved the deer life.

From this story, we get the education that by working together, most of the big things are done easily.


चार मित्र और शिकारी | The four friends Story

एक जंगल हुआ करता था जिसमें चार दोस्त एक तालाब के पास रहते थे;

एक हिरण, एक कौवा, एक कछुआ और एक चूहा।

वे सभी एक साथ बहुत ख़ुशी से मिलकर जीवन व्यतीत करते थे।

एक दिन सभी शाम के समय मिले आए परंतु वहां पर हिरण नहीं आया।

उन्हें चिंता होने लगी कि हिरण क्यों नहीं आया।

फिर उन्होंने आपस में बातचीत की और कौवे को हिरण को खोजने को भेजा।

कौवा गया और उसने देखा की हिरण किसी जाल में फंसा हुआ है।

जब अन्य दोस्तों ने हिरण की इस हालत को देखा, तो वे उसे छुड़ाने का उपाय सोचने लगे।

उन्होंने कुछ समय बाद, अपनी योजना को लागू करना शुरू किया।

हिरण चारों खाने चित होकर लेट गया और आँखें बाहर निकाल लीं जैसे कि वह मर गया हो।

कौवा हिरण की आँखों में चोंच मारने लगा, क्योंकि कौवे एक मरे हुए जानवर के साथ ऐसा करते हैं।

कछुआ अपनी धीमी गति से शिकारी के सामने से गुजरा।

शिकारी ने सोचा कि हिरण पहले ही मर चुका है, इसलिए उसके भागने की कोई संभावना नहीं है।

अगर कोई कछुआ बीच में पकड़ में आ जाता है, तो एक बोनस ही होगा।

जब शिकारी कछुए को पकड़ने में उलझा हुआ था, तभी चूहे ने हिरण के जाल को काट दिया। इसके बाद हिरण जल्दी भाग गया।

हिरण को भागते देख जैसे ही शिकारी का ध्यान भटका तभी कौवे ने कछुए को अपनी चोंच में उठा लिया और उड़ गया।

इस तरह से सबने मिलकर हिरण की जान बचाई।

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि एक साथ काम करने से बड़े से बड़े काम भी आसनी से हो जाते हैं।

What is the moral of the story The four friends?

The moral of the story the four friends :- From this story, we get the education that by working together, most of the big things are done easily.

Who were the four friends?

Tortoise, Crow, Deer and Mouse were The four friends.

चार दोस्त की कहानी का नैतिक मूल्य क्या है?

चार दोस्त की कहानी का नैतिक मूल्य :- इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि एक साथ काम करने से बड़े से बड़े काम भी आसनी से हो जाते हैं।

कहानी में चार दोस्त कौन कौन थे?

कहानी में कछुआ, कौवा, हिरण और चूहा ये चार दोस्त थे।



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