शूरा वयं धीरा वयं | Shura vayam dhira vayam | geet ganga

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शूरा वयं धीरा वयं

शूरा वयं धीरा वयं वीरा वयं सुतराम्‌।
गुणशालिनो बलशालिनो ज​यगामिनो नितराम्‌ ॥1॥ शूरा वयं……………………..।

दृढमानसा गतलालसाः प्रियसाहसाः सततम्‌।
जनसेवका अतिभावुकाः शुभचिन्तका नियतम्‌ ॥2॥ शूरा वयं……………………..।

धनकामना सुखवासना न च वञ्चना हृदये।
ऊर्जस्स्वाला वर्चस्स्वाला अतिनिश्चला विजये ॥3॥ शूरा वयं……………………..।

गतभीतयो धृतनीतयो दृढशक्तयो निखिला।
यामो वयं समराङ्गणं विजयार्थिनो बालाः ॥4॥ शूरा वयं……………………..।

जगदीश हे ! परमेश हे ! सकलेश हे भगवन्‌।
जयमङ्गलं परमोज्ज्वलं नो देहि परमात्मन् ॥5॥ शूरा वयं……………………..।

Shura vayam dhira vayam

shura vayam dhira vayam vira vayam sutaram |
guṇashalino balashalino jayagamino nitaram ||1|| shura vayam……………………..।

drdhamanasa gatalalasa priyasahasa satatam |
janasevaka atibhavuka shubhacintaka niyatam ||2|| shura vayam……………………..।

dhanakamana sukhavasana na ca vancana hṛdaye |
urjasvala varcasvala atiniṣcala vijaye ||3|| shura vayam……………………..।

gatabhitayo dhṛtanitayo dṛḍhashaktayo nikhila |
yamo vayaṁ samaraṅgaṇaṁ vijayarthino bala ||4|| shura vayam……………………..।

jagadisha he ! paramesha he ! sakalesa he bhagavan |
jayamangalaṁ paramojjvalam no dehi paramatman ||5|| shura vayam……………………..।


We are strong! We are courageous and very brave We are sons of Rama!
We possess noble virtues, are all powerful and always victorious!

We are strong willed; we have no selfish desires and have always been adventurous.
We are blessed with the mindset of serving people, are compassionate and well wishers of others.

We have no craving for wealth and worldly comforts.
We are pure hearted; are energetic, influential and are always committed.

We are fearless, ethical and steadfast in our behavior.
We are young and always aspire for victory while marching towards the battleground.

O Almighty Bhagwan, you are God of Gods and all powerful.
Give us your blessings so that we attain the pinnacle of glory.


हम शक्तिशाली हैं! हम साहसी, वीर और बहुत बहादुर हम राम के पुत्र हैं!
हम सब गुणों से भरपूर है सभी शक्तिशाली हैं और हमेशा विजयी होते हैं निरंतर राम की तरह!

हम दृढ़ इच्छाशक्ति वाले हैं; हमारी कोई स्वार्थी इच्छाएं नहीं हैं और हमेशा साहसिक रहे हैं।
हम लोगों की सेवा करने की मानसिकता से धन्य हैं, दयालु हैं और दूसरों के शुभचिंतक हैं।

हमें धन और सांसारिक सुख-सुविधाओं की कोई लालसा नहीं है।
हम शुद्ध हृदय वाले हैं; ऊर्जावान, प्रभावशाली और हमेशा प्रतिबद्ध होते हैं।

हम अपने व्यवहार में निडर, नैतिक और दृढ़ हैं।
हम युवा हैं और हमेशा युद्ध के मैदान की ओर बढ़ते हुए जीत की आकांक्षा रखते हैं।

हे सर्वशक्तिमान भगवन्, आप देवों के देव हैं और सर्व शक्तिमान हैं।
हमें अपना आशीर्वाद दें ताकि हमें गौरव की प्राप्ति हो।


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