Aao bachcho tumhe in sanskrit | भूमिरियं बलिदानस्य
एत बालकाः दर्शयामि वस्तेजो हिन्दुस्थानस्य, तेजो भारतवर्षस्य।
अस्य मृत्तिका शिरसा वन्द्या, भूमिरियं बलिदानस्य।
वन्दे मातरं, वन्दे मातरम्॥
उत्तरभागे रक्षणकर्ता नगाधिराजो विख्यातः
दक्षिणदेशे पदक्षालको महासागरः प्रख्यातः।
पश्यत गङ्गायमुनातीरं परं पावनं भूलोके
स्थाने स्थाने यद् दिव्यत्वं नैव सुराणामपि नाके
एकमेव तत् स्थानं चैतत् देवानामवतारस्य ॥अस्य॥
रजपूतानामेतत् स्थानं खड्गे येषाम् अभिमानः
धर्मरक्षणे युद्धे मरणं यैर्मन्यते सम्मानः।
अत्रैवासीत् प्रतापवीरो विश्वेऽस्मिन् यो बहुमान्यः
शीलरक्षणे भस्मीभूताः अत्रासङ्ख्याः पद्मिन्यः
रजः सुपूतं वीरपदाब्जैः स्थानं चैतद्देशस्य ॥अस्य॥
वङ्गोऽयं यद्धरणीहरिता मनोहारिणी सर्वत्र
निजराष्ट्रार्थं सिद्धा मरणे सन्ति बालका अप्यत्र।
रामकृष्ण-गौराङ्ग-विवेकानन्द-प्रमुखाः यत्रासन्
अरविन्दाद्याः क्रान्तिकारकाः शान्तिपूजकाः यत्रासन्
जन्मभूरियं ’नेताजेः’ प्रख्यातस्य सुभाषस्य ॥अस्य॥
इयं दृश्यतां महाराष्ट्रभूः यत्र शिवाजी राजासीत्
यस्य भवानीकरवालेन म्लेच्छानां संहारोऽभूत्।
स्थाने स्थाने पर्वतभागे सामर्थ्याग्निः प्रकटोऽभूत्
घोषो ’हर हर महादेव’ इति बाले बाले प्राविरभूत्
कृतं हि गौरवरक्षणकार्यं शिवेन हिन्दुस्थानस्य ॥अस्य॥
भक्तिमानयं दक्षिणदेशो गोदाकृष्णापरिपुष्टः
गगनस्पर्धित-शिल्पकलान्वित-गोपुरभालैर्विभूषितः।
अत्र विद्यते सुजनस्थानं सीतापति-पदपरिपूतम्।
अत्र शङ्कराचार्याः वन्द्याः केरलभागे सम्भूताः।
विजयनगर-साम्राज्यमिहासीत् ख्यातं हिन्दुधर्मस्य ॥अस्य॥
Aao bachcho tumhe dikhaye in sanskrit
Aao bachcho tumhe dikhaye jhankee hindustan kee
Iss mittee se tilak karo yeh dharatee hai balidan kee
Vande mataram........
Uttar me rakhavalee karata parvataraj virat hai Dakshin me charano ko dhota sagar kaa samrat hai Jamuna jee ke tat ko dekho ganga kaa yeh ghat hai Bat bat pe hat hat me yaha nirala thath hai Dekho yeh tasvire apane gaurav kee abhiman kee Iss mittee se.........
Yeh hai apana rajaputana naj ise talavaro pe Isane sara jivan kata barachhee tir kataro pe Yeh pratap kaa vatan pala hai aajadee ke naaro pe Kud padee thee yaha hajaro padminiya angaaro pe Bol rahee hai kan kan se kurbanee Iss mittee se........
Rajasthan kee dekho mulk maratho kaa yeh yaha shivaji dola tha Mughalo kee takat ko jisane talavaro pe tola tha Har pavat pe aag lagee thee har patthar ek shola tha Bolee har har mahadev kee bachcha bachcha bola tha Yaha shivaji ne rakhee thee laj hamaree shan kee Iss mittee se........
Jaliyan wala bag yeh dekho yaha chalee thee goliya Yeh mat puchho kisane khelee yaha khun kee holiya Ek taraf banduke dan dan ek taraf thee toliya Maranevale bol rahe the inakalab kee boliya Yaha laga dee bahano ne bhee bajee apanee jan kee Iss mittee se.........
Yeh dekho bangal yaha kaa har chappa hariyala hai Yaha kaa bachcha bachcha apane desh pe maranevala hai Dhala hai isako bijalee ne bhuchalo ne pala hai Mutthee me tufan bandha hai aur pran me jvala hai Janmabhumee hai yahee hamare vir subhash mahan kee Iss mittee se.........
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं संस्कृत में
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम, वंदे मातरम
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बाट-बाट में हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपने गौरव की अभिमान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती हैं बलिदान की वंदे मातरम, वंदे मातरम
ये हैं अपना राजपूताना नाज़ इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी तीर कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आज़ादी के नारों पे
कूद पड़ी थी यहाँ हज़ारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण कण से क़ुर्बानी राजस्थान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की वंदे मातरम, वंदे मातरम
देखो मुल्क मराठों का यह यहां शिवाजी डोला था
मुग़लों की ताकत को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पर्वत पे आग जली थी हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की बच्चा-बच्चा बोला था
शेर शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की वंदे मातरम, वंदे मातरम
जलियाँवाला बाग ये देखो यहीं चली थी गोलियां
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ खून की होलियां
एक तरफ़ बंदूकें दन दन एक तरफ़ थी टोलियां
मरनेवाले बोल रहे थे इंक़लाब की बोलियां
यहां लगा दी बहनों ने भी बाजी अपनी जान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की वंदे मातरम, वंदे मातरम
ये देखो बंगाल यहां का हर चप्पा हरियाला है
यहां का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरनेवाला है
ढाला है इसको बिजली ने भूचालों ने पाला है
मुट्ठी में तूफ़ान बंधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की वंदे मातरम, वंदे मातरम