संस्कृत भाषा में ज्ञान का भंडार छिपा हुआ है। यह हमें जीवन, नैतिकता, और संबंधों के बारे में गहन दृष्टिकोण प्रदान करती है। सुभाषित छोटे लेकिन गहन और सारगर्भित श्लोक होते हैं जो जीवन को दिशा देने वाली सीख देते हैं। इस ब्लॉग में हम कुछ सुंदर संस्कृत सुभाषित प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका अर्थ हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया गया है।
सूक्ति
“अगच्छन् वैनतेयोऽपि पदमेकं न गच्छति।”
हिंदी में अर्थ : गरुड़ (वैनतेय) भी यदि प्रयास नहीं करते, तो एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकते।
English Translation : Even Garuda (the mighty eagle) cannot move a single step without making an effort.
व्याख्या : यह सुभाषित यह दर्शाता है कि चाहे कोई कितना भी शक्तिशाली या महान क्यों न हो, बिना प्रयास किए सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। गरुड़, जो कि भगवान विष्णु का वाहन है और बहुत तेज गति और शक्ति के लिए प्रसिद्ध है, भी अगर कोशिश न करे, तो वह भी एक कदम नहीं बढ़ा सकता। इसका उद्देश्य यह सिखाना है कि प्रयास और मेहनत हर किसी के लिए आवश्यक है, चाहे वह कितना भी सामर्थ्यवान हो। सफलता पाने के लिए निरंतर कर्मशील रहना आवश्यक है।
Explanation : This subhashita highlights the importance of effort and hard work, no matter how powerful one is. Even Garuda, the mighty eagle and vehicle of Lord Vishnu, known for his immense speed and strength, cannot move forward without putting in effort. The message here is that no one, regardless of their abilities, can achieve success without working for it. Constant effort and determination are crucial to progress in life.