भगवान शिव के अवतारों के नाम
नमस्कार दोस्तों तो आज हम शिव जी के अवतारों के बारे में जानकारी देगे
जैसा कि आप जानते हैं हिन्दू धर्म ग्रंथो वेदों, पुराणों आदि में हमे भगवानों के अवतारों के बारे में पढ़ने एवं सुनने को मिलता है। शिव जी के अवतारों के बारे में जानने से पहले हम अवतार का क्या अर्थ होता है जानेंगे
अवतार का अर्थ
अवतार संस्कृत भाषा का शब्द है, जो कि ‘तृ’ धातु एवं ‘अव’ उपसर्ग से बनता है।
जिसका अर्थ है :-
उतरना अर्थात् ऊपर से नीचे आना, किसी शक्ति का अवतरित होना। यह शब्द देवी देवताओं के लिए प्रयुक्त हुआ है, जो मनुष्य अथवा पशु के रूप में इस पृथ्वी पर अवतीर्ण होते हैं।
शिव जी के अवतारों के नाम
वैसे तो भगवान शिव के कई अवतारों का वर्णन पुराणों आदि में यत्र-तत्र हैं।
लेकिन मुख्य रूप से शकंर जी के 28 अवतारो की कथा लिंग पुराण मे दी गयी है ये अवतार 6ठे मन्वंतर कै आखिरी 28 द्वापर में लिए है। जीने दो भागों में बांटा गया हैं :-
1.१९ (19) अवतार
2. ११ (11) रुद्रावतार
भगवान शिव के 19 अवतारों के नाम
# | अवतारों के नाम | Names of Avatars |
---|---|---|
1. | वीर भद्र | Veer Bhadra |
2. | पिप्पलाद | Piplad |
3. | नन्दी | Nandi |
4. | भैरव | Bhairav |
5. | अश्वत्थामा | Ashwathama |
6. | शरभ | Sharabha |
7. | गृहपति | Grihapati |
8. | ऋषि दुर्वासा | Durvasa |
9. | हनुमान | Hanuman |
10. | वृषभ | Vrishabh |
11 | यतिनाथ | Yatinath |
12 | कृष्ण दर्शन | Krishna darsahn |
13 | अवधूत | Avdhut |
14 | भिक्षुवर्य | Bhikshuvarya |
15 | सुरेश्वर | Sureshwara |
16 | किरात | Kirat |
17 | ब्ह्मचारी | Brahmchari |
18 | सुनटनर्तक | Suntantarka |
19 | यक्ष | Yaksha |
अन्य अवतार गोरखनाथ , नटराज , खंडोबा आदि भी भगवान शिव के अवतार हैं।
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भगवान शिव के 11 रुद्रावतार के नाम
यह उन्नीस अवतार माने गये है। इनके अलावा ११ रुद्रावतार है जो इस प्रकार है :-
# | अवतारों के नाम | Names of Avatars |
---|---|---|
1. | महाकाल | |
2. | तारा | |
3. | बाल भुवनेश | |
4. | षोडश विद्येश | |
5. | भैरव | |
6. | छिन्नमस्तक | |
7. | द्युमवान | |
8. | बगलामुख | |
9. | मातंग | |
10. | कमल | |
11 | हनुमान |
कई जगह पर 11 रुद्रावतार के नाम अगल मिलते हैं जैसे :-
१–हर, २–बहुरूप, ३–त्र्यम्बक, ४–अपराजित, ५– वृषाकपि, ६–स्वयंभू, ७–कापदा, ८–रेवत, ९–मृगव्याध, १०–सर्वा और ११–कपाली।