- जैसा कि आप जानते ही हैं की पूरे देश में कोरोना वायरस चल रहा है। इस के बीच नव विक्रमी संवत 2077 को चैत्र नवरात्रि का आरंभ 25 मार्च 2020 से शुरू होकर 22 अप्रैल 2020 को खत्म हो रहा है। तो हम आज जानेंगे की इस महामारी के चलते हम घर में रहकर नवरात्रि की पूजा कैसे करें।
इन बातों का रखें ध्यान
- धर्म आचार्यों की माने तो आपको नवरात्रि पर्व पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। घर पर रहकर ही मां दुर्गा की पूजा करें। जो लोग बीमार या स्वास्थ्य नहीं है उन्हें नवरात्रि में व्रत नहीं रखना चाहिए और यदि आप फिर भी व्रत रखना भी चाहते हैं तो निर्जल व्रत जिसमें जल का सेवन भी नहीं होता है ऐसा व्रत बिल्कुल नहीं रखना चाहिए
- जैसा कि आप जानते हैं की इस समय पुरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है इस कारण से अप पूजा सामग्री आदि के लिए भार कम से कम जाएं
- डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो आपको इस नवरात्रि में भरपूर मात्रा में फलों का सेवन करना चाहिए जिससे आपकी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक शक्ति ) मजबूत हो सके और आप इस बीमारी से लड़ सकें।
नवरात्रि पूजा के नियम
- अगर आप भी नवरात्रि की पूजा करने के इच्छुक हैं तो इन नियमों का पालन करना चाहिए.
- नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना एवं पूरी श्रद्धा भक्ति से मां की पूजा करें.
- दिन के समय आप फल और दूध आदि का सेवन कर सकते करें.
- शाम के समय मां की पूजा आरती उतारें और
- फिर आप भोजन ग्रहण करें.
- अष्टमी या नवमी के दिन नौ कन्याओं को भोजन कराएं. उन्हें उपहार और दक्षिणा दें.
- अगर संभव हो तो हवन के साथ नवमी के दिन व्रत का पारण करें.
कब से कब तक हे नवरात्रि
25 मार्च 2020 बुधवार : नवरात्रि का पहला दिन है। इस दिन मां दुर्गा की शैलपुत्री रूप की पूजा होती है। पर्वतराज हिमालय के घर में पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री रखा गया।
26 मार्च 2020 गुरुवार : नवरात्रि का दूसरा दिन है। इस दिन मां दुर्गा की ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा होती है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप का आचरण करने वाली वाली माना जाता है। भविष्य पुराण में मां ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएं हाथ में कमंडल रहता है ऐसा बताया गया है।
27 मार्च 2020 शुक्रवार : नवरात्रि का तीसरा दिन है। इस दिन मां दुर्गा की चंद्रघंटा रूप की पूजा होती है। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है।
28 मार्च 2020 शनिवार : नवरात्रि का चौथा दिन है।इस दिन मां दुर्गा की कुष्मांडा रूप की पूजा होती है। जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी।
29 मार्च 2020 रविवार : नवरात्रि का पांचवां दिन है। इस दिन मां दुर्गा की स्कंदमाता रूप की पूजा होती है। इन्हें भगवान स्कंद की माता होने के कारण स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है।
30 मार्च 2020 सोमवार : नवरात्रि का छठा दिन है। इस दिन मां दुर्गा की कात्यायनी रूप की पूजा होती है। अमरकोश के मुताबिक कात्यायनी पार्वती जी का दूसरा नाम है।
31 मार्च 2020 मंगलम : नवरात्रि का सातवां दिन है। इस दिन मां दुर्गा की कालरात्रि रूप की पूजा होती है। देवी कालरात्रि को काली, भद्रकाली, चामुंडा कारी नाम से भी जाना जाता है।
1 अप्रैल 2020 बुधवार : नवरात्रि का आठवां दिन है। इस दिन मां दुर्गा की महागौरी रूप की पूजा होती है। इनकी उपासना से भक्तों के सभी पाप विनष्ट हो जाते हैं। कई लोग इस दिन कन्या पूजन भी करते हैं।
2 अप्रैल 2020 गुरुवार : नवरात्रि का नौवां दिन है। इस दिन मां दुर्गा की सिद्धिदात्री रूप की पूजा होती है। सिद्धिदात्री का अर्थ सिद्धियों को देने वाली अर्थात मनोकामना पूर्ण करने वाली है। इस दिन कन्या पूजन, नवमी हवन होता है।
नवरात्रि का महत्व
- नवरात्रि का अर्थ है नौ राते। हिंदू धर्म ग्रंथों के मुताबिक पूरे साल में नवरात्रि 4 बार आती है। जिनमें से दो गुप्त नवरात्रि माने जाते हैं जोकि माघ महीने के शुक्ल पक्ष और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ते हैं। चैत्र मास की नवरात्रि को बड़ी नवरात्रि माना जाता है। चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है।
हिंदुओं के मुख्य त्योहारों में से एक नवरात्रि है। इन 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। जिनके नाम इस प्रकार है-
माँ दुर्गा के 9 रूप
- शैलपुत्री
- ब्रह्मचारिणी
- चन्द्रघंटा
- कूष्माण्डा
- स्कंदमाता
- कात्यायनी
- कालरात्रि
- महागौरी
- सिद्धिदात्री
नवरात्रों को पूरे भारत में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। हिंदू धर्म के मुताबिक इन 9 दिनों को पवित्र माना जाता है और जो इन 9 दिनों में सच्चे मन से माँ दुर्गा की पूजा करता है उसकी सभी इच्छाएं तथा मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है
Very helpful information. Thanks 😊
Thank you very much Sandeep