Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 26 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
अथ चैनं नित्यजातं नित्यं वा मन्यसे मृतम् |तथापि त्वं महाबाहो नैवं शोचितुमर्हसि || २६ ||
atha chainaṁ nitya-jātaṁ nityaṁ vā...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 25 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
अव्यक्तोऽयमचिन्त्योऽयमविकार्योऽयमुच्यते |तस्मादेवं विदित्वैनं नानुशोचितुमर्हसि || २५ ||
avyakto ’yam achintyo ’yam avikāryo ’yam uchyatetasmādevaṁ viditvainaṁ nānuśhochitum arhasi
Hindi Translation:- यह आत्मा...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 24 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च |नित्य: सर्वगत: स्थाणुरचलोऽयं सनातन: || २४ ||
achchhedyo ’yam adāhyo ’yam akledyo ’śhoṣhya eva chanityaḥ sarva-gataḥ sthāṇur...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 23 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक: |न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुत: || २३ ||
nainaṁ chhindanti śhastrāṇi nainaṁ dahati...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 22 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
वासांसि जीर्णानि यथा विहायनवानि गृह्णाति नरोऽपराणि |तथा शरीराणि विहाय जीर्णान्यन्यानि संयाति नवानि देही || २२ ||
vāsānsi jīrṇāni yathā vihāyanavāni...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 21 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
वेदाविनाशिनं नित्यं य एनमजमव्ययम् |कथं स पुरुष: पार्थ कं घातयति हन्ति कम् || २१ ||
vedāvināśhinaṁ nityaṁ ya enam ajam...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 20 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
न जायते म्रियते वा कदाचिनायं भूत्वा भविता वा न भूय: |अजो नित्य: शाश्वतोऽयं पुराणोन हन्यते हन्यमाने शरीरे || २०...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 19 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
य एनं वेत्ति हन्तारं यश्चैनं मन्यते हतम् |उभौ तौ न विजानीतो नायं हन्ति न हन्यते || १९ ||
ya enaṁ...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 18 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
अन्तवन्त इमे देहा नित्यस्योक्ता: शरीरिण: |अनाशिनोऽप्रमेयस्य तस्माद्युध्यस्व भारत || १८ ||
antavanta ime dehā nityasyoktāḥ śharīriṇaḥanāśhino ’prameyasya tasmād yudhyasva bhārata
Hindi...
Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 17 | श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद् गीता द्वितीय अध्याय सांख्ययोग
अविनाशि तु तद्विद्धि येन सर्वमिदं ततम् |विनाशमव्ययस्यास्य न कश्चित्कर्तुमर्हति || १७ ||
avināśhi tu tadviddhi yena sarvam idaṁ tatamvināśham avyayasyāsya...