श्रीमद् भगवद् गीता षष्ठ अध्याय ध्यानयोग
यं संन्यासमिति प्राहुर्योगं तं विद्धि पाण्डव |
न ह्यसंन्यस्तसङ्कल्पो योगी भवति कश्चन || २ ||
yaṁ sannyāsam iti prāhur yogaṁ taṁ viddhi pāṇḍava
na hyasannyasta-saṅkalpo yogī bhavati kaśhchana
Hindi Translation:- हे अर्जुन ! जिसको संन्यास ऐसा कहते हैं, उसी को तू योग जान । क्योंकि संकल्पों का त्याग न करने वाला कोई भी पुरुष योगी नहीं होता।
English Translation:- O Arjuna, consider Sannyaas and Yoga as one and the same; just as one becomes a Sannyassi by giving up all desires, similarly to be a Yogi one must do the same.
Random Posts
- 100+ Sanskrit Shloks with meaning | संस्कृत श्लोकSanskrit Shlokas आज हम आपके लिए संस्कृत श्लोक हिंदी और इंग्लिश अर्थ के साथ लाये… Read more: 100+ Sanskrit Shloks with meaning | संस्कृत श्लोक
- 15 Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit | गीता श्लोकBhagavad gita | भगवद गीता अथ केन प्रयुक्तोऽयं पापं चरति पूरुषः । अनिच्छन्नपि वाष्र्णेय बलादिव… Read more: 15 Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit | गीता श्लोक
- 50+ sanskrit shloks with meaning, प्रेरणादायक संस्कृत श्लोकSanskrit Shlok उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशंति मुखे मृगाः। Hindi… Read more: 50+ sanskrit shloks with meaning, प्रेरणादायक संस्कृत श्लोक