Aarti Kije Hanuman Lala ki | आरती कीजै हनुमान लला की।
- हनुमान जी हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक तो है ही पर वह लोकप्रिय देवता भी मान जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि धरा पर सात देवता आदयों को अमरत्व का वरदान है उनमें से एक हनुमान जी भी है।
- हनुमान जी की आरती उनके पराक्रम वीरता तथा बल का सुंदर बखान किया गया है। और जो भी हनुमान जी की आरती का निरंतर पाठ करता है उसको बल तथा बुद्धि की प्राप्ति होती हैं।
हनुमान जी की आरती | Hanuman ji ki aarti
आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके।।
अनजानी पुत्र महाबलदायी।
संतान के प्रभु सदा सहाई।।
दे बीरा रघुनाथ पठाए।
लंका जारी सिया सुध लाए।।
लंका सो कोट समुद्र सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई।।
लंका जारी असुर संहारे।
सियारामजी के काज संवारे।।
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आणि संजीवन प्राण उबारे।।
पैठी पताल तोरि जम कारे।
अहिरावण की भुजा उखाड़े।।
बाएं भुजा असुरदल मारे।
दाहिने भुजा संतजन तारे।।
सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे।
जै जै जै हनुमान उचारे।।
कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई।।
लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई।
तुलसीदास प्रभु कीरति गाई।।
जो हनुमान जी की आरती गावै।
बसी बैकुंठ परमपद पावै।।
आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।
Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics In English
Aarti Ke Jai Hanuman Lalaki.
Dusht dalan Raghunath kalaki. Aarti Ke Jai…
Jaakay bal say giriwar kaapay,
Roog doosh jakay nikat na jhankay.
Anjani putra maha balli daayee,
Santan kay prabhu sada sahaye. Aarti Ke Jai…
Day beeraa Raghunath pataway,
Lanka jaaree seeya soodi laayee
Lanka so koti Samundra Seekhaayee,
Jaat pawansut baran layee
Lanka Jaari Asur Sanghaaray,
Seeya Ramjee kay kaaj sawaray. Aarti Ke Jai…
Lakshman moor chet paray Sakaaray,
Aani Sajeewan praan ubaaray
Paitee pataal toori jam kaaray,
Ahi Ravana kee bujaa ukhaaray
Baayay bujaa asur dhal maaray,
Dahinay bujaa sant jan taray. Aarti Ke Jai…
Sur nar Muni arati utaray,
Jai jai jai Hanuman ucharaay
Kanchan thaar Kapoor loo chaayee,
Aaaarati karat Anjani maayee
Jo Hanuman kee Aaarati gavay,
Basee Baikoontha param pad paavay.
हनुमान जी की आरती करने से घर में सुख, समृद्धि और शांति मिलती है, जातक की हर मनोकामना पूर्ण होती है। कहा जाता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है तो उसे हनुमान जी की आरती करने की सलाह दी जाती है।
हनुमान जी की आरती मुख्यतः सुबह शाम की जाति है, लेकिन ऐसा न कर पाएं तो संध्या समय अच्छा माना गया है। सर्वप्रथम आप हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने थाली में दीप अगरबत्ती आदि जिला के शुद्ध मन से आरती करें। इस समय हनुमान जी की आरती करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है।