संस्कृत भाषा में ज्ञान का भंडार छिपा हुआ है। यह हमें जीवन, नैतिकता, और संबंधों के बारे में गहन दृष्टिकोण प्रदान करती है। सुभाषित छोटे लेकिन गहन और सारगर्भित श्लोक होते हैं जो जीवन को दिशा देने वाली सीख देते हैं। इस ब्लॉग में हम कुछ सुंदर संस्कृत सुभाषित प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका अर्थ हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया गया है।
सूक्ति
“अनुसृत्य सतां वर्त्म यत्स्वल्पमपि तद् बहु।”
हिंदी में अर्थ : सज्जनों के मार्ग का अनुसरण करते हुए किया गया छोटा-सा कार्य भी अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।
English Translation : Even a small act performed by following the path of virtuous people is highly significant.
व्याख्या : यह सुभाषित इस तथ्य को उजागर करता है कि महान और सदाचारी लोगों के मार्ग पर चलकर किए गए छोटे-से छोटे कार्य का भी बहुत अधिक महत्व होता है। जब हम सज्जनों के आदर्शों और नैतिक मूल्यों का अनुसरण करते हैं, तो भले ही हम थोड़ा ही प्रयास करें, उसका प्रभाव और परिणाम अत्यधिक मूल्यवान होता है। यह सुभाषित हमें यह सिखाता है कि सज्जनों के दिखाए मार्ग पर चलकर किए गए कार्य हमें जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं, चाहे वह कार्य कितना भी छोटा क्यों न हो। सज्जनों का अनुसरण ही हमें सही दिशा में ले जाता है।
Explanation : This subhashita emphasizes that even the smallest of deeds, when performed by following the path of virtuous and noble people, holds great importance. When we adopt the ideals and ethical values of the righteous, even a little effort on our part becomes meaningful and impactful. The verse teaches us that walking in the footsteps of the wise and virtuous can lead us to great success and fulfillment, no matter how small the task may seem. Following the path of the virtuous ensures we stay on the right track in life.