संस्कृत सूक्तियाँ (हिन्दी और अंग्रेजी अर्थ सहित) | Sanskrit Quote

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संस्कृत भाषा में ज्ञान का भंडार छिपा हुआ है। यह हमें जीवन, नैतिकता, और संबंधों के बारे में गहन दृष्टिकोण प्रदान करती है। सुभाषित छोटे लेकिन गहन और सारगर्भित श्लोक होते हैं जो जीवन को दिशा देने वाली सीख देते हैं। इस ब्लॉग में हम कुछ सुंदर संस्कृत सुभाषित प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका अर्थ हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया गया है।

सूक्ति

“अनिर्वर्णनीयं परकलत्रम्।”

हिंदी में अर्थ : दूसरे की पत्नी के बारे में कुछ भी कहना अनुचित और अयोग्य है।

English Translation : It is inappropriate and improper to speak anything about another man’s wife.

व्याख्या : यह सुभाषित एक महत्वपूर्ण नैतिक सिद्धांत पर बल देता है, कि किसी और की पत्नी के बारे में कोई टिप्पणी करना या कुछ भी कहना अनुचित और अनुशासनहीन है। यह सुभाषित यह सिखाता है कि हमें अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए और दूसरे के पारिवारिक या व्यक्तिगत संबंधों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। दूसरों के संबंधों और उनके निजी जीवन के प्रति सम्मान रखना आवश्यक है। यह सुभाषित शील, विनम्रता और नैतिकता का पालन करने की शिक्षा देता है।

Explanation : This subhashita emphasizes an important moral principle that it is improper and undignified to comment on or speak about another man’s wife. It teaches that one should maintain decency and respect by not interfering in or speaking about the personal relationships of others. Respecting the boundaries of others’ personal lives is crucial, and this subhashita promotes the values of modesty, propriety, and moral conduct in social interactions.


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